-: दोलन गति :-
(Oscillation speed)
दोलन गति (Oscillation speed) :-
जब कोई कण या पिण्ड एक निष्चित पथ पर निष्चित समयान्तराल से अपनी गति को दोहराता है तो उसकी गति कोे आवर्ती गति कहते है ।
उदाहरणार्थ :- सूर्य के चारों और गृहों का चक्कर लगाना, पृथ्वी के चाारों ओर चन्द्रमा या उपगृहों का चक्कर लगाना, घड़ी की सूइयों की गति, परमाणु के कक्ष में इलेक्टाॅनो की गति ।
आवर्त गति में कण या पिण्ड को एक निष्चित अवस्था से गति प्रारम्भ कर उसी अवस्था में पुनः आने में जितना समय लगता है उसे आवर्त काल ;ज्द्ध कहते है ।
यदि कण या पिण्ड एक निष्चित बिन्दु के इधर - उधर निष्चित समय में बार - बार अपनी गति को दोहराता है तो पिण्ड या कण की गति को दोलनी गति कहते है । और कण या पिण्ड को दोलक कहते है ।